25 अक्टूबर को आंशिक सूर्यग्रहण अंडमान-निकोबार के आसपास को छोड़ पूरे भारत मे दिखेगा
- 25 अक्टूबर मंगलवार को आंशिक सूर्यग्रहण
- अंडमान- निकोबार द्वीपसमूह तथा उत्तर भारत के कुछ स्थानों को छोड़ कर पूरे भारत मे दिखेगा सूर्यग्रहण
- सूर्य ग्रहण को खाली आँखों से बिल्कुल नहीं देखना चाहिए
- दिल्ली में ग्रहण की शुरूआत• 16:29
- वाराणसी में ग्रहण की शुरुआत• 16:41
- मुम्बई में ग्रहण की शुरूआत• 16:49
- कोलकाता में ग्रहण की शुरूआत• 16:52
- भारत मे उस दिन का सूरज ग्रहण के साथ ही डूबेगा
- भारतीय समयानुसार सूर्यग्रहण 14:29 पर आइसलैंड से शुरू होगा और 18:20 पर अरब सागर में समाप्त होगा।
आगामी 25 अक्टूबर 2022, मंगलवार (3 कार्तिक, शक संवत 1944) को आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। भारत में सूर्यास्त के पहले अपराह्न में ग्रहण आरम्भ होगा तथा इसे भारत के अधिकांश स्थानों से देखा जा सकेगा। हांलाकि ग्रहण अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा उत्तर-पूर्व भारत के कुछ स्थानों (जिनमें से कुछ के नाम हैं: आइजॉल, डिब्रूगढ़, इम्फाल, इटानगर, कोहिमा, सिबसागर, सिलचर, तामलोंग इत्यादि) से दिखाई नहीं देगा। ग्रहण का अंत भारत में दिखाई नहीं देगा क्योंकि वह सूर्यास्त के उपरांत भी जारी रहेगा।
दिल्ली एवं मुम्बई में अधिकतम ग्रहण के समय चंद्रमा द्वारा सूर्य के आच्छादन का प्रतिशत क्रमशः 44 प्रतिशत एवं 24 प्रतिशत के लगभग होगा। ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक दिल्ली और मुम्बई में क्रमश: 1 घंटे 13 मिनट तथा 1 घंटे 19 मिनट की होगी। चेन्नई एवं कोलकाता में ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक क्रमश: 31 मिनट तथा 12 मिनट की होगी। ग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चमी एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा उत्तर हिंद महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा।
भारत में अगला सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 को दिखाई देगा, जो पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा देश के सभी हिस्सों से वह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में परिलक्षित होगा। अमावस्या को सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है तथा वे तीनों एक सीध में आ जाते हैं। आंशिक सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चन्द्र चक्रिका सूर्य चक्रिका को आंशिक रूप से ही ढक पाती है।
सूर्य ग्रहण को थोड़ी देर के लिए भी खाली आँखों से नहीं देखा जाना चाहिए। चंद्रमा सूर्य के अधिकतम हिस्सों को ढक दे तब भी इसे खाली आँखों से न देखें क्योंकि यह आँखों को स्थाई नुकसान पहुँचा सकता है जिससे अंधापन भी हो सकता है।
Comments
Post a Comment