ज़िले के 311 अस्पतालों में मिली कमियां
वाराणसी।
- लंका स्थित ओरियना और डॉ विनोद कुमार का सुदामा फ्रैक्चर क्लीनिक भी लिस्ट में
वाराणसी जिले में झोलाछाप के साथ 311 हास्पिटल मौत को दावत दे रहे हैं। आए दिन कहीं न कहीं मौत के मामले भी सामने आ रहे है। ऐसे में CMO वाराणसी डा. संदीप चौधरी ने इन सभी को नोटिस दिया है। साथ ही आदेशित किया है कि अगर निरीक्षण के दौरान चालू मिलता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। झोलाछाप और फर्जी क्लिनिक संचालक शहर से लेकर गांव तक अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए जगह-जगह अस्पताल खोलकर लोगों की जिंदगी के साथ खिलावड़ कर रहे है। सीएमओ ने कहा कि जिले में सिर्फ 297 हास्पिटल ही सही तरह से मानक को पूरा कर व्यवस्थित तरीके से मरीजों को देखने का काम कर रहे है। उन्होंने मरीजों और तीमारदारों से अपील की कि अपनी जान की कीमत को समझते हुए varansi.nic.in पर जाकर वैध और अवैध अस्पताल की सूची को देखकर ही किसी भी वैध अस्पताल में इलाज के लिए जाएं। इसके बाद भी किसी तरह की समस्या आती है तो संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कार्यवाही का पहला डंडा लंका रोड स्थित ओरियाना हास्पिटल पर चला। अस्पताल की कागजी कार्रवाई दुरुस्त न होने पर उसे रिजेक्ट लिस्ट में डाल दिया गया है। ऐसे में जब तक कागजी कार्रवाई पूरा नहीं होगा तब तक अस्पताल पूरी तरह से बंद रहना है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। दूसरा दुर्गाकुंड स्थित सुदामा फैक्चर क्लिनिक में न तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) का पालन हो रहा है। साथ ही बिना ट्रेंड कर्मी काम कर रहे है। वहीं सीएमओ कार्यालय में पंजीकृत कराने का प्रयास भी नहीं किया गया है, लेकिन धड़ल्ले से संचालन किया जा रहा है। वही तीसरा भोजूबीर स्थित शुभ्याश हास्पिटल एंड स्पेशिएलटी नर्सिंग होम के नाम पर संचालित किया जा रहा है। जिसमें न तो अग्नि सुरक्षा के मानक का पालन हो रहा है न ही कोई डाक्टर बैठता है।
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