जमीअत उल अंसार का परिचय सम्मेलन
त्याग व निष्ठा और परस्पर सहयोग है सामाजिक संस्थाओं की सफलता की कुंजी : मुफ्ती ए बनारस
सामाजिक संस्था जमीअत उल अंसार द्वारा पदाधिकारी परिचय सम्मेलन एवं प्रार्थना सभा का आयोजन
सामाजिक संस्था जमीअतुल अनुसार के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों एवं संस्था के संरक्षक मंडल एवं विद्वत जनों के साथ एक परिचय सम्मेलन व प्रार्थना सभा का आयोजन संस्था के पीली कोठी स्थित कार्यालय में संस्था के अध्यक्ष डॉ रियाज अहमद की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्था के संरक्षक मुफ्ती ए बनारस व शाही जामा मस्जिद ज्ञानवापी के ख़तीब व इमाम अलहाज मौलाना मुफ़्ती अब्दुल बातिन नोमानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इंसानियत की खिदमत मानव जीवन का मूल उद्देश्य है और इस खिदमत को किसी संस्था के सदस्यों द्वारा त्याग, सेवा भाव और परस्पर सहयोग के साथ किया जाए तो इससे न सिर्फ सामाजिक उत्थान को मूर्त रूप दिया जा सकता है बल्कि यह मानव जीवन की सार्थकता को सिद्ध करने के लिए भी अति आवश्यक है। उन्होंने संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों से भारत की गंगा जमुनी तहजीब की रक्षा और उसको बढ़ावा देने के लिए इससे संबंधित कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा तैयार करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जामिया मजहरूल उलूम की प्रबंध समिति के अध्यक्ष खलीकुज़्ज़मा ने संस्था द्वारा वर्ष पर्यंत की जा रही सामाजिक गतिविधियों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा की अपनी स्थापना के 10 वर्षों के अंतराल में संस्था ने सामाजिक चेतना, शैक्षणिक जागरूकता, राष्ट्रीय एकता, प्राकृतिक आपदा राहत जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को जिस प्रतिबद्धता के साथ आयोजित किया है यह संस्था के उज्जवल भविष्य का प्रमाण है। कार्यक्रम का आरंभ मौलाना आरिफ अख्तर कासमी की तिलावते कु़रआन से हुआ। संचालन इशरत उस्मानी ने और धन्यवाद ज्ञापन मुफ्ती जियाउल इस्लाम कासमी ने किया। मुफ़्ती साहब की दुआ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर जामिया मजहर उल उलूम के अध्यक्ष हाजी अब्दुल हकीम, प्रवासी भारतीय इफ्तिखार अहमद एवं फैयाजुद्दीन, हाजी अब्दुल वहीद डॉक्टर एहतेशामुल हक, मोहम्मद शाहिद अंसारी मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी, जमाल अहमद पार्षद, जलालुद्दीन, मुस्लिम , जावेद अख्तर, एच एस नन्हे, जुल्फिकार अहमद आदि की मुख्य उपस्थिति रही।
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