देश के नए CDS होंगे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान

  • CDS के साथ-साथ सैन्य मामलों के विभाग में सेक्रेटरी की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।

    


    मोदी सरकार ने पूर्वी कमान के प्रमुख रहे लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को देश का अगला CDS नियुक्ति किया है। पिछले साल दिसंबर में जनरल बिपिन रावत के एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद होने के बाद से CDS का पद खाली था। 

     अपने 40 साल के शानदार करियर के बाद 31 मई 2021 को सेना की पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान रिटायर हो गए थे। अब देश के नये CDS बनाए गए हैं। वह CDS के साथ-साथ सैन्य मामलों के विभाग में सेक्रेटरी की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।

ये भी देखें:

      अनिल चौहान मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रहने वाले हैं। अनिल चौहान के पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ रहने के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र में उग्रवाद में बड़ी कमी आई थी जिसके फलस्वरूप कई पूर्वोत्तर राज्यों में सेना की तैनाती में भी कमी आई। चौहान को उग्रवाद के खिलाफ अभियानों का खासा अनुभव है। वह सेना में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं। वह अंगोला में संयुक्त राष्ट्र शांतिवाहिनी मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक भी रह चुके हैं।

   कई मेडल से सम्मानित अनिल चौहान बतौर DGMO ऑपरेशन सनराइज के मुख्य शिल्पी थे, जिसके तहत भारतीय और म्यांमार सेना ने दोनों देशों की सीमाओं के पास उग्रवादियों के विरूद्ध समन्वित अभियान चलाया। चौहान बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की योजना से भी जुड़े थे। इसके साथ ही पूर्वी कमान ने उनके नेतृत्व में भारत-चीन सीमा पर राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने में अपना साहस दिखाया था।

जानिए देश के नए CDS के बारे में:

  • ले. जन.(रि.) अनिल चौहान देश के नए CDS
  • ईस्टर्न कमान के कमांडर से 2021 में रिटायर हुए
  • चाइना एक्सपर्ट माने जाते हैं अनिल चौहान
  • बालाकोट एयरस्ट्राइक के वक़्त DGMO थे
  • अभी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सलाहकार हैं
  • 40 साल तक आर्मी में काम करने का अनुभव
  • अनिल चौहान को राष्ट्र की सेवा के लिए समय-समय पर परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया है।



Comments

Popular posts from this blog

सीबीएसई ने जारी की 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं की डेट शीट

नज़ीर बनारसी की जयंती पर काशी में होगा नामचीन शायरों का जुटान

सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए होगा सामूहिक प्रयास